रिपोर्ट : जीतेन्द्र
कुजू। क्षेत्र के सीसीएल तोपा परियोजना स्थित रेस्ट हाउस में मंगलवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सीसीएल तोपा परियोजना प्रबंधन व बनवार के विस्थापित ग्रामीणों के बीच वार्ता आयोजित की गई। परियोजना प्रबंधन द्वारा परियोजना विस्तारीकरण के तहत बनवार गांव के अधिगृहित भूमि पर बनाए जाने वाले सड़क को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता तोपा पीओ रंजय कुमार सिन्हा ने की। इस दौरान उन्होंने विस्थापित ग्रामीणों से तोपा परियोजना के अस्तित्व को बचाने के लिए उक्त निर्माणाधीन सड़क को यथाशीघ्र पूरा कराने में सहयोग देने की अपील की। कहा कि यदि उक्त सड़क नहीं बनाई गई तो तोपा खुली खदान को हर हाल में बंद करना पड़ जाएगा। लेकिन वार्ता में शामिल बनवार के विस्थापित ग्रामीणों ने प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए पहले पुनर्वास की बेहद आवश्यक व्यवस्था मुहैया कराने की जोरदार मांग किया
वही मांग पूरी नहीं होने तक अपनी जमीन पर किसी तरह का निर्माण कार्य नहीं करने का फरमान सुनाया। काफी गहमागहमी व मान मन्नौवल के बाद भी विस्थापित अपनी मांग पर अड़े रहे। अंततः वार्ता बेनतीजा समाप्त हुआ।
- सीसीएल तोपा खुली खदान के अस्तित्व पर संकट के बादल
आज आयोजित वार्ता के विफल हो जाने से तोपा खुली खदान के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। क्योंकि खदान अभी सबसे नीचे के फेस में चलाया जा रहा है। आगे बढ़ने के लिए सबसे पहले खदान से सड़क बनाया जाना बेहद जरूरी है। अब ऐसी परिस्थिति में प्रबंधन को जहां दिन में तारे नजर आ रहे हैं। वहीं विस्थापितों को भी गर्म लोहे पर चोट देने का पूरा मौका हाथ लगा है। अगर कुछ दिनों के अंदर समस्या का निदान नहीं होता है तो तोपा खुली खदान को बंद होने में कोई संदेह नहीं होगा।
- वार्ता में शामिल
वार्ता में प्रबंधन की ओर से परशुराम सिंह, पी चटर्जी, कुजू ओपी के जेएसआई दुर्गा शंकर मंडल, एएसआई पूरन सिंह तथा ग्रामीणों की ओर से हाजी शाहिद अली, मौलाना वाजिद, मोहम्मद इस्लाम, इदरीश् अंसारी, शमीम अंसारी, ललित राम आदि ग्रामीण शामिल थे।
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