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मनीष जायसवाल
मनीष जायसवाल

भाजपा की टिकट से हजारीबाग सदर से लगातार विधायक रह चुके मनीष जयसवाल अब हजारीबाग लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। ये घोषणा 2 मार्च को जैसे ही हुई तो हजारीबाग क्षेत्र के अंतर्गत पूरा माहौल ही बदल गया। बरही से लेकर मांडू तक और रामगढ़ से लेकर बरकागाँव तक आतिशबाजी देखने को मिली। रही बात हजारीबाग की तो यह क्षेत्र मनीष जायसवाल का गढ़ ही माना जाता है, यहाँ तो धमाल मचना ही था।

वैसे पूरा हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र ही भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां पर पिछले वर्ष 2009 से लगातार भाजपा राज कर रही है। 2009 में यशवंत सिन्हा ने हजारीबाग लोकसभा से जीत दर्ज की थी उसके बाद 2014 और 2019 में उनके बेटे जयंत सिन्हा लगातार दो बार सांसद रहे। 2 मार्च को जयंत सिन्हा ने घोषणा कर दिया कि अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके बाद भाजपा ने हजारीबाग से लगातार दो बार  विधायक रह चुके मनीष जायसवाल पर भरोसा जताया। अब यह सवाल जरूर उठेगा कि आखिर कौन हैं मनीष जायसवाल और क्या है उनका इतिहास?

 

हजारीबाग से गहरा लगाव क्यों ?

मनीष जायसवाल हजारीबाग जिले के बरकागाँव स्थित चेपाकला पंचायत के जुगरा के ही मूल निवासी हैं। उनका ननिहाल बिहार के मोतिहारी में है। मोतीहारी में ही मनीष जायसवाल का जन्म हुआ, इसके बाद उन्हें हजारीबाग लाया गया। जहां उनकी प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा संत जेवियर स्कूल, हजारीबाग में हुई। इंटरमीडिएट की पढ़ाई इन्होंने संत जेवियर स्कूल, बोकारो से पूरी करने के पश्चात पुनः हजारीबाग वापस लौट आए और संत कोलंबा महाविद्यालय हजारीबाग से इन्होंने इतिहास से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। स्नातक की पढ़ाई के बाद इन्होंने अपने पिता के साथ मिलकर अपने पारिवारिक व्यवसायों में ध्यान दिया। व्यवसाय को इन्होंने अपने उत्कृष्ट कार्यशैली और कुशल प्रबंधकीय कौशल से सफलता की और अग्रसर करते हुए काफी आगे बढ़ाया ।

 

कब शुरू हुआ राजनीतिक जीवन ?

 

मनीष जायसवाल ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत वर्ष 2008 में नगर परिषद चुनाव से की। उन्होंने पहली बार हजारीबाग नगर परिषद से उपाध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ा और विजयी हुए। इस दौरान इनकी लोकप्रियता राजनीति में बढ़ती गई। इसी बीच झाविमो की ओर से हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के मांडू विधानसभा के उपचुनाव में अपना किस्मत आजमाया जिसमें वे पराजित हुए। मांडू चुनाव हारने के बाद से हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र का ताबड़तोड़ दौरा शुरू किया और कम समय में सदर विधानसभा क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान स्थापित की। फिर समय की नजाकत को देखते हुए उन्होंने 27 नवंबर 2013 को अपने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा जिला कार्यालय अटल भवन सभागार में झाविमो के केंद्रीय सदस्य सह सदर विधानसभा प्रभारी के पद से इस्तीफा देते हुए भाजपा का दामन थामे। वर्ष 2014 में हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र में इनकी लोकप्रियता और जनता के बीच पकड़ को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार विधायक का टिकट दिया और अपनी पूरी शिद्दत से वह चुनाव लड़े और बड़ी जीत के साथ पहली बार विधायक बने। विधायक बनने के बाद जनमानस के बीच सर्वसुलभ जनप्रतिनिधि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। हजारीबाग कि जनमानस का आवाज झारखंड विधानसभा के पटल पर बुलंदी से उठाया। इसके बाद पुनः 2019 के चुनाव में भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया। सड़क से लेकर सदन तक सनातन संस्कृति और हिंदुत्व के मुद्दे को लेकर मुखर रहें। हजारीबाग के ऐतिहासिक रामनवमी के मामले में सदन पर जब उन्होंने कुर्ता फाड़कर विरोध किया तो हजारीबाग वासी उनके कायल हो गए। जनहित से जुड़े कई ज्वलंत मुद्दों को उन्होंने बेबाकी से सड़क से लेकर सदन पटल तक उठाया ।

पिता से मिली प्रेरणा, बने विधायक !

मनीष जायसवाल को राजनीति की ओर रुचि अपने पिता ब्रजकिशोर जायसवाल के चुनावी कार्यों के क्रम से हुई। इनके पिता ब्रजकिशोर जायसवाल वर्षों तक हजारीबाग नगर परिषद में अध्यक्ष पद पर रहे। अपने पिता के नक्शे- कदम पर चलते हुए मनीष जायसवाल ने ना सिर्फ अपने पिता सपने पुरे किये बल्कि लगातार दो बार हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता का दिल जीतकर उन्होंने अपने पिता और परिवार के अरमान को भी पूरा किया।

 

टिकट की घोषणा के बाद क्या कहा मनीष जयसवाल ने ?

लोकसभा प्रत्याशी घोषित होने के बाद मनीष जायसवाल ने  कहा कि संसदीय चुनाव में मुझ जैसे पार्टी के छोटे कार्यकर्ता पर भरोसा जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, यशस्वी गृह मंत्री अमित शाह , भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष  जेपी नड्डा, संगठन महामंत्री बीएल संतोष, झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, झारखंड के संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी का हृदय की गहराइयों से आभार। सांसद प्रत्याशी मनीष जायसवाल ने कहा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के “विकसित भारत” निर्माण की गाथा में मैं भी अपना गिलहरी योगदान दे सकूं, इसका मैं अथक प्रयास करूंगा ।

कहाँ से मिलती है मनीष जायसवाल को ऊर्जा ?

मनीष जायसवाल के लिए पर्दे के पीछे से उनके मित्रों में राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ से जुड़े शहर के प्रतिष्ठित व्यवसाई श्रद्धानंद सिंह और व्यवसाई नारायण गुप्ता का नाम शामिल हैं। इनके साथ ही मनीष जायसवाल का परिवार भी हर कदम पर उनका साथ देता दिखाई देता है। चुनावी समर में मनीष जायसवाल के पिता ब्रजकिशोर जायसवाल, माता विद्या जायसवाल, भाई प्रशांत जायसवाल उर्फ राजा, भाई निशांत जायसवाल उर्फ राजू, पुत्र करण जायसवाल उर्फ सन्नी, पत्नी निशा जायसवाल और उनके भाई की पत्नी ट्विंकल जायसवाल, प्रियंका जायसवाल इनके कंधे से कंधे मिलाते दिखते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं मनीष जायसवाल के बहनोई विवेक जायसवाल, बहन लूना जायसवाल, पुत्री रिया जायसवाल और पुत्र बधू अवंतिका जायसवाल भी चुनाव के दौरान सक्रिय रहती हैं। इस प्रकार मनीष जायसवाल के परिवार के एक- एक सदस्य चुनाव के दौरान स्टार प्रचारक की भूमिका में रहते हैं।

मनीष जायसवाल के सहयोगी कि भूमिका भी जोरदार

विगत 15 वर्षों से मनीष जायसवाल के साथ साए की तरह साथ रहकर रंजन चौधरी उनका मीडिया और सोशल मीडिया का काम देखते हैं। रंजन ने मीडिया प्रतिनिधि के कार्य को तो बखूबी निभाया है, इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य और सेवा के क्षेत्र में मनीष जायसवाल का सहयोगी बनकर अभूतपूर्व कार्य किया है। हजारीबाग के किसी व्यक्ति को आपातकालीन परिस्थिति में सहयोग के लिए रंजन चौधरी कि सक्रियता से मनीष जायसवाल की ख्याति और भी अधिक बढ़ी। मनीष जायसवाल के चुनाव प्रचार के दौरान भी उनकी सेवा कार्यों की प्रशंसा कई जगह ग्रामीणों ने स्वतंत्र कंठ से की है।

रंजन चौधरी बताते हैं कि वर्ष 2010 में मैं मनीष जायसवाल के साथ बतौर मीडिया प्रतिनिधि जुड़ा। उस वक्त वे हजारीबाग नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। तब से लेकर आज तक उनके साथ साए की तरह रहकर कार्य कर रहा हूं और भविष्य में भी करता रहूंगा। रंजन बताते हैं कि श्री जायसवाल के व्यक्तित्व और उनके मानवीय मूल्यों के प्रति कार्यों को देखकर मैं ना सिर्फ उनसे प्रभावित होता हूं बल्कि उन्हें अपना आदर्श मानकर नितदिन कुछ बेहतर करने की प्रेरणा उनसे प्राप्त करता हूं ।

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राष्ट्र समर्पण एक राष्ट्र हित में समर्पित पत्रकार समूह के द्वारा तैयार किया गया ऑनलाइन न्यूज़ एवं व्यूज पोर्टल है । हमारा प्रयास अपने पाठकों तक हर प्रकार की ख़बरें निष्पक्ष रुप से पहुँचाना है और यह हमारा दायित्व एवं कर्तव्य भी है ।

By Rashtra Samarpan

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