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रामगढ़। तीन दिन से लापता हुई केंद्रीय विद्यालय की शिक्षिका अंकिता का शव बरामद शनिवार को बरकाकाना के जोड़ा तलाब में प्राप्त हुआ।
शौचालय के लिए गए आसपास के लोगों ने सबसे पहले सबको देखा और शोरगुल मचाने लगे। इसी बीच किसी ने रामगढ़ थाना में जानकारी देकर बताया कि तालाब में एक शव तैरता हुआ देखा गया है। मौके पर एएसआई राजेश राय पहुंचकर शव को देखा और शिनाख्त के लिए अंकिता के परिवार वालों को बुलाया। मौके पर अंकिता के पति वेद प्रकाश और अंकिता की सहेली दीपिका पहुंचकर पुष्टि किया कि यह अंकिता का ही शव है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस ले गई। हाई प्रोफाइल केस देखते हुए डॉक्टरों के द्वारा बॉडी के पोस्टमार्टम के लिए तीन सदस्यों की टीम बनाई गई है। पोस्टमार्टम के बाद ही इस बात का खुलासा हो सकेगा की आखिर मौत का वजह क्या थी?
कुमारी अंकिता घुटवा स्थित केंद्रीय विद्यालय स्कूल में इंग्लिश की शिक्षिका के रूप में 1 महीने पहले 7 सितंबर को नियुक्ति की गई थी। अंकिता के पति वेद प्रकाश जो गुड़गांव स्थित ओरिएंटल बैंक के मैनेजर के रूप में कार्यरत हैं वह भी अंकिता की जॉइनिंग के वक्त साथ ही मौजूद थे। 3 दिन की प्रशिक्षण के बाद अंकिता की जॉइनिंग केंद्रीय विद्यालय में करवा कर अंकिता के पति गुड़गांव की ओर रवाना हो गए थे।
इस बीच में पता चला कि अंकिता काफी सालों से शारीरिक रूप से अस्वस्थ भी रहा करती थी। मानसिक तनाव में रहने के कारण दिल्ली के एम्स में अंकिता का डिप्रेशन का इलाज चल रहा था।
मानसिक तनाव में रहने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है क्योंकि कुछ लोगों का कहना है वह शारीरिक रूप से अस्वस्थ रहा करती थी इसलिए मानसिक तनाव से ग्रसित हो चुकी थी वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि अंकिता का उसके सास के साथ वाद विवाद हुआ था जिसके वजह से अंकिता ने आत्महत्या का मन बनाया।
क्या था सुसाइड नोट में ?
अंकिता के सुसाइड नोट से यही पता चलता है कि अंकिता अपने जीवन के किसी भी उपलब्धि से खुश नहीं थी। उसका कहना था कि उसके कारण परिवार के कोई भी लोग खुश नहीं है इसलिए उसका मर जाना ही सबसे बेहतर विकल्प है जो उसने कर दिखाया।
लखीसराय की रहने वाली थी अंकिता जहानाबाद था ससुराल।
अंकिता का मायके लखीसराय जिला के गरसंडा गांव था अंकिता के पिता जमुई में एक इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर हैं और अंकिता का भाई रवि पावर ग्रिड में सिविल इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं। अंकिता चार भाई बहन में सबसे छोटी बहन थी उससे बड़ी दो बहन और एक भाई है। अंकिता अपने चारों भाई बहन में पढ़ने में काफी तेज और दक्षिण बिहार के सेंट्रल यूनिवर्सिटी से एमए में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी थी। रामगढ़ से पहले दिल्ली के सर्वोदय कन्या विद्यालय में भी 4 महीने तक से शिक्षिका के रूप में कार्यरत थी।
अंकिता की शादी डेढ़ साल पूर्व 12 फरवरी 2018 को ओरिएंटल बैंक में कार्यरत वेद प्रकाश के साथ हुई थी। वेद प्रकाश जहानाबाद के कोरमा गांव का निवासी है।
वेद प्रकाश से पूछने पर बताया कि उसके शादीशुदा जीवन में कोई परेशानी नहीं थी मगर अंकिता अक्सर बीमार रहा करती थी इसी वजह से उसका इलाज देश के सबसे बड़े हॉस्पिटल एम्स में कराया जा रहा था। अंकिता अपने पति को सहयोग करने के लिए नौकरी करना चाहती थी। आगे उन्होंने बताया कि हम दोनों के बीच में कभी भी किसी भी प्रकार से कोई विवाद नहीं था।
रामगढ़ में सुसाइड पॉइंट के बारे में बताया अपनी सहेली को।
अंकिता की बचपन की सहेली दीपिका जो पूर्णिया में केंद्रीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के रूप में कार्यरत है। उसे अंकिता के खो जाने के बाद जानकारी मिलते ही रामगढ़ पहुंचकर अंकिता की तलाश में जुट गई थी। उसने बताया कि अंकिता ने उसे कुछ दिनों पहले फोन करके कहा था कि रामगढ़ घूमने आओ तो मैं कई स्थानों पर तुम्हें घुमाने ले चलूंगी साथ में किसी सुसाइड पॉइंट के बारे में भी अंकिता ने दीपिका को बताया था।
क्या हुआ था 7 अक्टूबर को ?
7 अक्टूबर 2019 दुर्गा पूजा के नवमी का दिन था जब अंकिता सुबह के वक्त अपनी सास के साथ दुर्गा पूजा के पंडाल पर पूजा करने गई थी वहां पर अंकिता ने अपनी सास के साथ अपने मोबाइल पर फोटो भी खींची थी। शाम को करीब 3:00 बजे उसकी सास अपने गांव जहानाबाद की ओर रवाना हो गई और सास के जाने के 1 घंटे के बाद अंकिता अपने घर पर सारे सामान को छोड़कर ताला बंद कर निकल गई।
कुछ ही घंटों बाद उसके पति द्वारा कई बार फोन लगाया गया मगर सामने से कोई आवाज नहीं आने की वजह से उसके पति ने मकान मालिक को फोन लगाया। मकान मालिक ने उसके पति वेद प्रकाश को बताया कि अंकिता कुछ देर पहले ही घर से निकली है लेकिन देर रात तक नहीं आने की वजह से अगले दिन विजयादशमी के दिन उसके पति वेद प्रकाश ने दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर झारखंड आए और सारी बातें पुलिस को बताकर घर का दरवाजा जिसमें ताला लटका पड़ा था तोड़ा गया।
इस घटना की सूचना मिलते ही अंकिता के पिता और उसके भाई लखीसराय से रामगढ़ आए और पुलिस की मदद से उसकी खोजबीन जारी कर दी।
युद्ध स्तर पर खोजबीन पर जुटी थी रामगढ़ पुलिस।
इस मामले में रामगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने तत्परता दिखाते हुए जिले के सारे थाने को एलर्ट कर दिया गया और केस का अनुसंधान प्रभारी एसआई राजेश राय को सौंपा गया।
इन 3 दिनों में रामगढ़ पुलिस द्वारा अंकिता के मोबाइल फोन और शहर के सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा था इसी क्रम में विकास नगर के एक सीसीटीवी में अंकिता जाती हुई दिखाई दी।
क्या कह रहे हैं लोग ?
अंकिता की मौत के बाद शहर में अटकलों का बाजार गर्म है। कई लोगों ने कहा कि आखिर ऐसी कौन सी बात हो गई जिससे अंकिता ने आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया।
सुलगते सवाल
आखिर अंकिता क्यों रहती थी मानसिक तनाव में?
क्या छोटी सी कहासुनी में कोई व्यक्ति आत्महत्या कर सकता है?
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Is case ko CBI ke hawale kar dena chiye & teacher ki aatma santi mele