Wed. Jan 15th, 2025

प्रयाग की अनामिका ने 13 हजार फीट की ऊंचाई पर लहराया महाकुंभ का झंडा

प्रयागराज (ब्यूरो)। प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ – 2025 की तैयारी के बीच ही प्रयागराज की ही बेटी अनामिका शर्मा ने महाकुंभ के झंडे को आकाश में लहरा कर दुनिया को महाकुंभ में आने का निमंत्रण दिया है। अनामिका ने 08 जनवरी को बैंकॉक के आसमान में 13000 फीट की ऊंचाई पर दिव्य- कुंभ- भव्य- कुंभ का आधिकारिक झंडा लेकर छलांग लगाई। बैंकाक के आसमान में अनामिका ने दिव्य-कुंभ भव्य- कुंभ का झंडा लेकर जैसे ही छलांग लगाया, प्रयागराज सहित विश्व के कोने-कोने में बसे भारतीयों का माथा गर्व से ऊँचा हो गया। अनामिका शर्मा को बधाईयों का तांता लग गया।

पहले भी बनाया कीर्तिमान

अनामिका ने इससे पूर्व 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन को स्मरणीय बनाने के लिए जय श्रीराम एवं श्री राम मंदिर के ध्वज के साथ भी 13000 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई थी। यह छलांग भी अनामिका ने बैंकॉक में ही लगाई थी। अपने देश में इन सुविधाओं का भाव का अभाव होने के कारण अनामिका को अपने अभ्यास के लिए रूस, दुबई और बैंकॉक जाना पड़ता है। अनामिका ने बताया कि मैंने जब भी आसमान में उड़ान भरी और ऊंचाई से छलांग लगाई तो यह भाव हमेशा जागृत रहा कि मेरा भारत महान। महाकुंभ- 2025 के लिए अनामिका के इस अद्वितीय योगदान के बारे में पूछने पर अनामिका ने कहा कि हमारी परंपरा रही है कि जब भी विश्व कल्याण के लिए कोई आयोजन होता है तब भारत के सभी प्राणी यहां तक की गिलहरी भी अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान करते हैं, मैं तो फिर भी गर्व से कहती हूं कि मैं भारत की बेटी हूं। महाकुंभ-2025 तो विश्व का सबसे बड़ा मानव कल्याण का आयोजन है।

शहर की कर रही सेवा

अपनी इस छलांग के बारे में पूछने पर अनामिका शर्मा ने बताया कि मैं अपनी संस्कृति और अपने शहर की सेवा जिस किसी भी रूप में कर सकती हूं वह मेरे लिए गौरव का विषय रहेगा और मैं ऐसा करती ही रहूंगी। मुझे गर्व है कि मैं विश्व के प्रथम कुलपति, विमान शास्त्र के रचयिता और प्रयागराज के मूल पुरुष महर्षि भारद्वाज के गुरुकुल के प्रांगण में पली- बढ़ी।

महिला दिवस पर संगम के जल में लैंडिंग

अनामिका शर्मा बैंकाक से लौटकर प्रयागराज के मेला अधिकारी और उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी जी से मिलने की इच्छा रखती हैं। अनामिका की आगामी योजना है कि महाकुंभ की समाप्ति के बाद महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूप में वह महिला दिवस 8 मार्च 2025 से पहले गंगा- जमुना- सरस्वती के संगम में पानी पर लैंडिंग करने का प्रदर्शन करेगी। बताते चलें कि अनामिका एक प्रशिक्षित स्कूबा डाइवर भी है अर्थात वह स्काई डाइविंग करते हुए जल पर लैंडिंग कर सकती है। इसका भी प्रशिक्षण अनामिका ने प्राप्त किया है।

कौन है अनामिका शर्मा

अनामिका शर्मा भारत की सबसे कम उम्र की स्काई सी लायसेंस प्राप्त महिला स्काई ड्राइवर है। अनामिका ने अपने पिता पूर्व वायु सैनिक अजय कुमार शर्मा जो स्वयं ही एक स्काई डाइविंग प्रशिक्षक है के प्रोत्साहन से मात्र 10 वर्ष की उम्र में ही अपनी पहली छलांग 13000 फीट की ऊंचाई से लगा लिया था। अनामिका शर्मा आज 24 वर्ष की हो गई है और अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट्स पैराशूट संगठन लाइसेंस प्राप्त भारतीय महिला स्काई ड्राइविंग प्रशिक्षक है।

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राष्ट्र समर्पण एक राष्ट्र हित में समर्पित पत्रकार समूह के द्वारा तैयार किया गया ऑनलाइन न्यूज़ एवं व्यूज पोर्टल है । हमारा प्रयास अपने पाठकों तक हर प्रकार की ख़बरें निष्पक्ष रुप से पहुँचाना है और यह हमारा दायित्व एवं कर्तव्य भी है ।

By Rashtra Samarpan

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