चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने’ हेतु अंतरराष्ट्रीय आंदोलन
को भारत सहित पूरे विश्व के 14 देशों के प्रमुख 140 शहरों से मिला समर्थन: हिन्दू
जनजागृति समिति
को भारत सहित पूरे विश्व के 14 देशों के प्रमुख 140 शहरों से मिला समर्थन: हिन्दू
जनजागृति समिति
राष्ट्रप्रेमियों ने चीनी
मोबाइल, खिलौने, गृहोपयोगी वस्तुएं कचरे के
डिब्बे में फेंके : हिन्दू जनजागृति समिति
मोबाइल, खिलौने, गृहोपयोगी वस्तुएं कचरे के
डिब्बे में फेंके : हिन्दू जनजागृति समिति
चीन के हमले में भारत के 20
सैनिकों की निर्मम हत्या किये जाने के बाद पुरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी । भारत
के तमाम लोगों ने चीन के इस कायराना हरकत के बाद अपनी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देनी
शुरू कर दी थी । लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर देखने को मिली । फेसबुक हो
या ट्विटर हर जगह लोगों को चीन के खिलाफ रोष प्रकट करते देखा गया । इसी क्रम में ट्विटर पर #ChineseProductsInDustbin हैशटैग का उपयोग करते हुए 1 घंटे के अन्दर ही
लगभग 70 हज़ार से ज्यादा ट्विट किये गए जिसे ट्विटर पर कई घंटों तक पहले स्थान पर
देखा गया । इसी हैशटैग के साथ #BoycottChinese जैसे ट्रेंड पर लाखों की संख्या
ट्वीट किये जा चुके थे । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा भी इन सभी ट्विटर ट्रेंड
में हिस्सा लेते देखा गया । समिति द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जरी करते हुए कहा गया की
पहले कोरोना वायरस और अब लद्दाख में 20 भारतीय जवान की हत्या के लिए उत्तरदायी कपटी चीनी ड्रैगन को सबक
सिखाने हेतु सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति एवं
अन्य कई संगठनों ने संयुक्त रूप से अतंरराष्ट्रीय
स्तर पर प्रतीकात्मक आंदोलन किया गया। इसमें भारत सहित पूरे विश्व के 14 देश और प्रमुख 140 शहरों के राष्ट्रप्रेमी
भारतीयों द्वारा चीनी वस्तुओं को बहिष्कार
करने का आंदोलन चलाया गया । इस
आंदोलन के द्वारा चीनी खिलौने,
गृहोपयोगी वस्तुएं तथा अन्य
सामग्री कचरे के डिब्बे में डालते हुए भी कई विडियो देखे गए। अनेकों ने मोबाइल में
डले चीनी एप निकालकर इस आंदोलन में भाग लिया गया । इस आंदोलन में छोटे बच्चों का
सहभाग विशेष उल्लेखनीय रहा । उन्होंने अपने चीनी खिलौने फेंककर राष्ट्रभक्ति का उदाहरण
दिया है ।
सैनिकों की निर्मम हत्या किये जाने के बाद पुरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी । भारत
के तमाम लोगों ने चीन के इस कायराना हरकत के बाद अपनी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देनी
शुरू कर दी थी । लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर देखने को मिली । फेसबुक हो
या ट्विटर हर जगह लोगों को चीन के खिलाफ रोष प्रकट करते देखा गया । इसी क्रम में ट्विटर पर #ChineseProductsInDustbin हैशटैग का उपयोग करते हुए 1 घंटे के अन्दर ही
लगभग 70 हज़ार से ज्यादा ट्विट किये गए जिसे ट्विटर पर कई घंटों तक पहले स्थान पर
देखा गया । इसी हैशटैग के साथ #BoycottChinese जैसे ट्रेंड पर लाखों की संख्या
ट्वीट किये जा चुके थे । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा भी इन सभी ट्विटर ट्रेंड
में हिस्सा लेते देखा गया । समिति द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जरी करते हुए कहा गया की
पहले कोरोना वायरस और अब लद्दाख में 20 भारतीय जवान की हत्या के लिए उत्तरदायी कपटी चीनी ड्रैगन को सबक
सिखाने हेतु सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति एवं
अन्य कई संगठनों ने संयुक्त रूप से अतंरराष्ट्रीय
स्तर पर प्रतीकात्मक आंदोलन किया गया। इसमें भारत सहित पूरे विश्व के 14 देश और प्रमुख 140 शहरों के राष्ट्रप्रेमी
भारतीयों द्वारा चीनी वस्तुओं को बहिष्कार
करने का आंदोलन चलाया गया । इस
आंदोलन के द्वारा चीनी खिलौने,
गृहोपयोगी वस्तुएं तथा अन्य
सामग्री कचरे के डिब्बे में डालते हुए भी कई विडियो देखे गए। अनेकों ने मोबाइल में
डले चीनी एप निकालकर इस आंदोलन में भाग लिया गया । इस आंदोलन में छोटे बच्चों का
सहभाग विशेष उल्लेखनीय रहा । उन्होंने अपने चीनी खिलौने फेंककर राष्ट्रभक्ति का उदाहरण
दिया है ।
विज्ञप्ति में कहा गया की कपटी
चीन के विरुद्ध आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व हो चूका है । चीन को सबक सिखाने के लिए हर व्यक्ति लड रहा
है । यह लडाई व्यापक बनाने के लिए किए आवाहन पर भारत सहित अमेरिका, कैनडा, इंग्लैंड, फिनलैंड, स्वीडन, लीबिया, इथोपिया, संयुक्त अरब अमिरात,
सऊदी अरब, कतार, कुवेत, मौरिशस, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में भी
यह आंदोलन किया गया । वहां के नागरिकों ने ‘Boycott Chinese Products’ #ChineseProductsInDustbin, ‘चीनी वस्तुएं कचरे के
डिब्बे में फेंकें’, ‘फेंक दो फेंक दो चाइनीज
वस्तुएं फेंक दो’, ‘आतंकवाद के दो ही नाम –
चाइना और पाकिस्तान’, ‘स्वदेशी अपनाओ चाइना भगाओ’, ऐसे अंग्रेजी, हिन्दी और मराठी फलक हाथों
में लेकर आंदोलन किया ।
चीन के विरुद्ध आज भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व हो चूका है । चीन को सबक सिखाने के लिए हर व्यक्ति लड रहा
है । यह लडाई व्यापक बनाने के लिए किए आवाहन पर भारत सहित अमेरिका, कैनडा, इंग्लैंड, फिनलैंड, स्वीडन, लीबिया, इथोपिया, संयुक्त अरब अमिरात,
सऊदी अरब, कतार, कुवेत, मौरिशस, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में भी
यह आंदोलन किया गया । वहां के नागरिकों ने ‘Boycott Chinese Products’ #ChineseProductsInDustbin, ‘चीनी वस्तुएं कचरे के
डिब्बे में फेंकें’, ‘फेंक दो फेंक दो चाइनीज
वस्तुएं फेंक दो’, ‘आतंकवाद के दो ही नाम –
चाइना और पाकिस्तान’, ‘स्वदेशी अपनाओ चाइना भगाओ’, ऐसे अंग्रेजी, हिन्दी और मराठी फलक हाथों
में लेकर आंदोलन किया ।
भारत के 20 राज्यों के साथ झारखंड में रांची, जमशेदपुर, धनबाद, रामगढ़, कतरास,बोकारो, साहिबगंज इन क्षेत्रों से बड़ी मात्रा में राष्ट्र प्रेमी नागरिकों ने
इस आंदोलन में सहभाग लिया । 140
शहरों में ये प्रतीकात्मक
आंदोलन किया गया । भारत सरकार देश की सीमा सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास
करे, तथा हम भारतीय होने के नाते अंतर्गत स्तर पर चीन
को सबक सिखाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, यह संदेश इस आंदोलन के
माध्यम से दिया गया ।
इस आंदोलन में सहभाग लिया । 140
शहरों में ये प्रतीकात्मक
आंदोलन किया गया । भारत सरकार देश की सीमा सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास
करे, तथा हम भारतीय होने के नाते अंतर्गत स्तर पर चीन
को सबक सिखाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, यह संदेश इस आंदोलन के
माध्यम से दिया गया ।
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