रामगढ़। विगत 22 मई को हुई रामगढ़ थाना क्षेत्र के पारडीह में हुई 35 वर्षीय शादीशुदा महिला मोनिका देवी की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। रामगढ़ पुलिस के अनुसार मोनिका देवी के कोयरी टोला, बाजारटाड़, गोला के 45 वर्षीय महेंद्र महतो पिता रूपेश्वर महतो के साथ अवैध संबंध था। मोनिका देवी के पति को अवैध संबंध के बारे में जानकारी होने के बाद पति पत्नी में विवाद हुआ था। पति रोहित महतो ने मोनिका देवी को महेंद्र महतो से दूर रहने की सख्त हिदायत दी थी। जिसके बाद मोनिका देवी ने महेंद्र महतो से दूरी बनाना शुरू कर दिया था। मोनिका देवी अन्य व्यक्तियों के साथ भी घुमा फिरा करती थी। महेंद्र महतो बराबर मोनिका देवी पर नजर रख रहा था। हत्या वाले दिन महेंद्र महतो ने मोनिका देवी को घर में अकेले पाकर उससे बातचीत का प्रयास किया पर मोनिका देवी कुछ भी मानने को तैयार नहीं हुई। जिसके कारण आवेश में आकर महेंद्र महतो ने धारदार हथियार से उसके हत्या कर दी। हालांकि पुलिस को हत्या में प्रयुक्त हत्यार बरामद नहीं हो सका है। रामगढ़ थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार ने बताया पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी के निर्देशानुसार पुलिस ने टीमवर्क के तहत काम करते हुए इतने कम समय में हत्या की गुत्थी सुलझाने में सफलता पाई है। पुलिस ने महेंद्र महतो को गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया।
क्या थी घटना ?
रामगढ़ थाना क्षेत्र के कैथा पारडीह निवासी रामेश्वर महतो की विवाहिता पुत्री मोनिका देवी की 22 मई की रात को अज्ञात लोगों ने धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी थी। सूचना पाकर पुलिस शव को कब्जे में ले लिया था। घटना के वक्त महिला घर पर अकेली थीं। उसके सिर व पेट में किसी तेज धारदार हथियार से तीन-चार अलग-अलग गहरे जख्म के निशान मिले हैं। इस संबंध में मृतका के पिता रामेश्वर महतो ने बताया था कि उसकी बेटी अपने तीन बच्चों साथ पिछले 15 दिनों से पारडीह आई हुई थीं। दामाद रोहित महतो सोसोकला, गोला के रहने वाले हैं। फिलहाल दामाद बुंडू, तमाड़ में मिस्त्री-मेशन का काम करता है। उसने पुलिस को बताया कि बुधवार को दोपहर करीब दो बजे वे पत्नी व तीनों नाती-नतनी को लेकर बरकाकाना, तेलियातू स्थित अपने छोटे दामाद के बहन के लग्न अदायगी में शामिल होने गई थी। घर पर गाय बच्चा देने वाली थी सो बेटी मोनिका देवी को घर पर छोड़ कर गया था। शाम को बरकाकाना से गाड़ी भेजकर मोनिका को भी ले जाने की बात तय थी। शाम को पांच बजे के बाद लगातार फोन करने पर मोनिका ने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद रात को 10 बजे के करीब पारडीह पहुंचा तो देखा के घर पर खून से लथपथ मोनिका मरी पड़ी है।
रिपोर्ट : सतीश सिंह
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