टीपू ने हिन्दुओं पर अत्याचारों, कन्वर्जन के लिए कुर्ग, मलाबार के विभिन्न क्षेत्रों में अपने सेनानायकों को अनेक पत्र लिखे थे. लेकिन इतिहास की पुस्तकों से इन्हें गायब कर दिया गया.
(1) टीपू ने अब्दुल कादर को 22 मार्च 1788 को लिखा पत्र -‘12000 से अधिक हिन्दुओं को इस्लाम में कन्वर्ट किया गया. इनमें अनेक नम्बूदिरी थे. इस उपलब्धि का हिन्दुओं के बीच व्यापक प्रचार किया जाए, ताकि स्थानीय हिन्दुओं में भय व्याप्त हो और उन्हें इस्लाम में कन्वर्ट किया जाए, किसी भी नम्बूदिरी को छोड़ा न जाए.’
(2) 14 दिसम्बर 1788 को कालीकट के अपने सेनानायक को पत्र लिखा -‘मैं तुम्हारे पास मीर हुसैन अली के साथ अपने दो अनुयायी भेज रहा हूं. उनके साथ तुम सभी हिन्दुओं को बंदी बना लेना और यदि वे इस्लाम स्वीकार न करें तो उनकी हत्या कर देना. मेरा आदेश है कि 20 वर्ष से कम उम्र वालों को काराग्रह में डाल देना और शेष में से 5000 को पेड़ से लटकाकर मार डालना.’ (भाषा पोशनी-मलयालम जर्नल, अगस्त 1923)
(3) बदरुज्जमां खान को 19 जनवरी 1790 लिखा पत्र -‘क्या तुम्हें नहीं मालूम कि मैंने मलाबार में एक बड़ी विजय प्राप्त की है? चार लाख से अधिक हिन्दुओं को मुसलमान बना लिया गया. मैंने अब रमन नायर की ओर बढ़ने का निश्चय किया है ताकि उसकी प्रजा को इस्लाम में कन्वर्ट किया जाए. मैंने रंगपटनम वापस जाने का विचार त्याग दिया है.’
साभार: samvad.in
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