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नई सराय स्थित माइंस रेस्क्यू सेंटर में उप प्रबंधक कार्मिक के रूप में कार्यरत निखिल श्रीवास्तव पर कॉलोनी में रहने वाले राजकुमार ठाकुर को अपहरण की साजिश रचने और जान से मारने की धमकी दी गयी थी। शनिवार को रामगढ़ पुलिस द्वारा निखिल श्रीवास्तव के साथ 6 लोगों को थाना लाया गया था । रविवार को थाने से चालान काटकर सातों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
क्या था मामला ?
शनिवार को कॉलोनी के एक कर्मचारी राजकुमार ठाकुर जो सीसीएल के करमा प्रोजेक्ट में ओवरमैन के रूप में कार्यरत हैं उन्हें मारपीट करने के इरादे से निखिल श्रीवास्तव ने बोकारो से दो मुस्लिम युवकों को बुलवाया था, साथ ही सौदागर एवं दुसाध मोहल्ला के लड़कों को बुलवाकर राजकुमार ठाकुर के साथ मारपीट कर रहा था। राजकुमार ठाकुर द्वारा पुलिस को दोपहर के 1:00 बजे सूचना दी गई की निखिल श्रीवास्तव के साथ कुछ लोग उनके घर पर आकर गाली-गलौज और मारपीट कर रहे हैं साथ ही अपहरण करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक पैंथर वाले को भेजा पैंथर वाले ने पुलिस को सूचना दिया कि यहां पर काफी संख्या में लोग हैं इसलिए और अधिक पुलिस बल भेजा जाए। थाने से एसआई निगम कुमार सिंह दलबल के साथ मौका ए वारदात पर पहुंचकर सभी लोगों को गिरफ्तार कर थाने लाये। जिन लोगों को थाने लाया गया उनमें से मुख्य रूप से निखिल श्रीवास्तव , बोकारो के रहने वाले सैयद राजा एवं तस्लीम, दुसाध मोहल्ला के रहने वाले शहंशाह खान , जाफर, वकील मंसूरी एवं अमन खान है जिन्हें पुलिस ने रविवार को अपहरण के प्रयास करने को लेकर जेल भेज दिया है। राजकुमार ठाकुर द्वारा बताया गया था कि निखिल ने पहले भी हथियार दिखाकर डराने धमकाने का प्रयास किया था इस मामले में पुलिस द्वारा निखिल के घर पर छापेमारी के दौरान एयर गन की बरामदगी भी की गई है।
निखिल श्रीवास्तव पर पहले भी लगाए जा चुके हैं आरोप।
निखिल श्रीवास्तव पर कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों ने धार्मिक त्योहारों के दौरान व्यवधान उत्पन्न करने और धमकाने का आरोप पहले भी लगाया गया है। कॉलोनी में रहने वाले लोगों का कहना है कि निखिल श्रीवास्तव ने धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म कबूल कर लिया है और अब हिंदुओं को डराने धमकाने के लिए कॉलोनी में इस तरह के दंगा फसाद अक्सर किया करता है। लोगों के बीच अपना धौंस जमाने के लिए बाहर के मुस्लिम युवकों को कॉलोनी में बुलाकर परेशान करता है। इस घटना से पहले भी माइंस रेस्क्यू के जी एम द्वारा भी थाने में आवेदन दिया जा चुका था। थाने में इस घटना से पहले भी निखिल श्रीवास्तव के खिलाफ कई मामले दर्ज है जिन पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
क्या कहना है पकड़े गए युवकों के परिजनों का ?
निखिल के साथ पकड़े गए युवकों के परिजनों का कहना है कि निखिल श्रीवास्तव द्वारा उन लड़कों को यह बोलकर लाया गया था कि उनके घर में पुट्टी का काम है। कुछ पैसों के लालच में लड़के निखिल के घर गए और निखिल ने उन लोगों को इस मामले में फंसा दिया है।
क्या कहना है निखिल श्रीवास्तव का?
निखिल का कहना है कि उसे इस मामले में जबरदस्ती फंसाया जा रहा है क्योंकि वह ईमानदारी से काम करना चाहता है। निखिल ने राजकुमार ठाकुर पर आरोप लगाया है कि वह सरकारी क्वार्टर खाली नहीं कर रहा था उसे नोटिस दिया गया था इसलिए उसने निखिल को फंसा दिया। उसके साथ पकड़े गए अन्य युवकों के बारे में निखिल ने कहा कि इन लोगों ने कुछ भी नहीं किया है यह लोग सिर्फ निखिल से मिलने आए थे। पहले भी चार आवेदन थाने में दिए जाने के नाम पर उसने कहा उसे कुछ मालूम नहीं।
सुलगते सवाल
- काम करने आए युवकों को निखिल ने अपने घर से 200 मीटर दूर राजकुमार ठाकुर के घर क्यों ले गया ?
- माइंस रेस्क्यू से थाना कम दूरी के बावजूद निखिल हमेशा ऑनलाइन आवेदन क्यों करता था ?
- क्या धार्मिक उन्माद फैलाना चाहता था निखिल श्रीवास्तव ?
- धार्मिक त्योहारों में विघ्न बाधा डालने का काम क्यों करता था निखिल श्रीवास्तव ?
- क्या निखिल ने धर्म परिवर्तन कर लोगों को डराने का काम किया और क्यों ?
- पहले दिए गए आवेदनों पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई ?
- निखिल श्रीवास्तव के पीछे कौन लोग हैं ?
- सरकारी घर खाली कराने के लिए बाहर के लोगों को बुलाना जरूरी होता है क्या ?
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